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Achhe Vichar in Hindi
आपकी किस्मत आपको मौका देगी , मगर आपकी मेहनत सबको चौका देगी ।
हमारे स्वप्न विशाल होने चाहिए। हमारी महत्वकांक्षा उंची होनी चाहिए। हमारी प्रतिबद्धता गहरी होनी चाहिए और हमारे प्रयत्न बड़े होने चाहिए।
Achhe Vichar in Hindi
समय ना लगाओ तय करने में आपको क्या करना है , वरना समय तय कर लेगा आपका क्या करना है ।
यदि आप एक बार अपने साथी का भरोसा तोड़ देंगे तो फिर कभी आप उनका सत्कार और सम्मान नहीं पा सकेंगे।
डर हमेशा आपको कैदी बना कर रखेगा और खुले विचार हमेशा आपको एक बादशाह बना कर रखेंगे ।
अगर हम अपनी ताकत का किसी की भलाई करने में इस्तेमाल नहीं कर सकते, तो वो ताकत एक दिन हमारे लिए मुसीबतों का पहाड़ भी खड़ा कर सकती है।
आपको वह नहीं मिलता , जो आप चाहते है बल्कि वही मिलता है जिसके आप योग्य हो
“जो व्यक्ति ऐश्वर्य के मद में मतवाला हो जाता है, वह बिना पतन के नहीं संभलता ।”
Achhe Vichar in Hindi
याद रखना कभी कोई नहीं मरता किसी के बिना , वक़्त सबको जीना सीखा देता है हर किसी के बिना .
तुम ये कभी मत सोचो कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है। ऐसा सोचना तो सबसे बड़ा अधर्म है। अगर कोई पाप है, तो वो यही है; की, ये कहना तुम निर्बल हो या अन्य लोग निर्बल हैं। – स्वामी विवेकानंद / Swami Vivekananda
उन्हें छोड़ देना ही उचित है जो आपके होने का मूल्य ही न समझें
“शांति की विजय भी युद्ध की विजय से कम महत्वपूर्ण नहीं है।”
Apne Vichar In Hindi
आदत नहीं पीठ पीछे बुराई करने की , दो लफ्ज़ कम बोलता हूं पर सामने बोलता हूं ।
“गरीब वह है जिसके पास ‘ज्ञान‘ की दौलत नहीं है। धनहीन ‘ज्ञानी‘ गरीब कभी नहीं होता।”
अगर सच में सफलता हासिल करना है मेरे दोस्त , तो कभी भी वक्त और हालात पर रोना नहीं ।
अपना लक्ष्य हासिल करते वक्त सिर्फ यही 2 सोच रखनी चाहिए, अगर रास्ता मिल गया तो ठीक, और अगर नहीं मिला तो रास्ता मै खुद बना लूंगा।
ये कोई मायने नही करता की आप कितने धीरे जा रहे हो , आप कितने भी धीरे जाओ लेकिन हमेशा चलते रहो
जो पुत्र पैदा ही न हुआ हो अथवा पैदा होकर मृत हो अथवा मुर्ख हो। इन तीनों में पहले दो ही बेहतर हैं। न की तीसरा, कारण यह है की प्रथम दोनों तो एक बार ही दुःख देते हैं। जबकि तीसरा पद-पद दुःखदायी होता है।
Achhe Vichar in Hindi
किसी को हद से ज्यादा भाव मत दो कहीं ऐसा न हो वो तुम्हें रद्दी के भाव समझने लगे ।
“स्वस्थ और दीर्घ जीवन के आकांक्षी व्यक्ति को सदैव आशावान और कर्मठ बने रहना चाहिए।”
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